शिवपुरी जिले के खनियाधाना तहसील के ग्राम गड़ाकोटा में केंद्र सरकार द्वारा गरीबों को मुफ्त में अनाज वितरण की योजना चलाई जा रही है, लेकिन इस योजना के सही क्रियान्वयन में बाधाएं आ रही हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि राशन वितरण में नियुक्त सेल्समैन, शिवराज सिंह यादव, द्वारा आदिवासी लोगों का अनाज खुद ही खा लिया जा रहा है।
ग्राम गड़ाकोटा के निवासी भगवान सिंह आदिवासी ने बताया कि यहां लगभग 100 से 200 लोग हैं, जिन्हें राशन नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों ने शिवपुरी के डीएम कार्यालय में जाकर मंगलवार को जनसुनवाई में अपनी समस्याएं उठाई। उनका कहना है कि केंद्र सरकार प्रति पर व्यक्ति माह 5 किलो मुफ्त अनाज मुहैया कराती है, जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) का हिस्सा है।
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि जब वे राशन लेने जाते हैं, तो बायोमेट्रिक मशीन से उनकी अंगूठी लगवाने के बाद उन्हें राशन नहीं दिया जाता। इस स्थिति के चलते गरीबों को राशन का संकट झेलना पड़ रहा है, जो उन्हें जीविका की दिशा में बड़ा झटका है। ग्रामीणों ने समस्या के समाधान के लिए प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
जगदीश लोधी फूड इंस्पेक्टर
इस संबंध में हमारे द्वारा फूड इंस्पेक्टर से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि अगर शिकायत की गई है तो हम जांच करवा लेंगे।।
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