10वीं और 12वीं की मार्कशीट में अब होगा क्यूआर कोड

मंथन न्यूज़ भोपाल -अंकसूची में किसी भी प्रकार के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल हाईस्कूल और हायर सेकंडरी की अंकसूची में क्विक रिस्पांस कोड (क्यूआर कोड) के एडवांस वर्जन का उपयोग करेगा। यह कोड न सिर्फ यूनिक रहेगा बल्कि इसमें छात्र से संबंधित विभिन्न् जानकारी उपलब्ध रहेगी। इस कोड को कोई भी छात्र अपने मोबाइल से स्कैन कर सकता है। इसके बाद एप के माध्यम से छात्र के मोबाइल पर ही उसकी पूरी अंकसूची उपलब्ध रहेगी। छात्र को इसके लिए गूगल प्ले स्टोर से क्यूआर कोड स्कैनर लोड करना होगा।
bhopal board 20 11 2016
कहीं भी लोड कर सकेंगे मार्कशीट
क्यूआर कोड का एक लाभ यह भी है कि इसके माध्यम से मार्कशीट को कहीं भी लोड किया जा सकेगा। छात्र की पूरी जानकारी इसमें उपलब्ध रहेगी। मूल दस्तावेज को बार-बार ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कहीं से भी इसका प्रिंटआउट निकाला जा सकता है। मंडल के अधिकारियों ने बताया कि अंकसूची की सिक्युरिटी को लेकर और भी फीचर जोड़े जा रहे हैं। क्यूआर कोड होने से मार्कशीट की डुप्लीकेसी संभव नहीं है। जैसे ही यह स्कैनर के सामने आएगा इससे मार्कशीट की सत्यता पता चल जाएगी।
बार कोड जैसा पर आधुनिक
क्यूआर कोड बार कोड जैसा है पर ज्यादा आधुनिक है। क्यूआर कोड यूनिक होता है और इसकी कॉपी नहीं की जा सकती। मोबाइल पर क्यूआर कोड स्कैनर लोड करने के बाद इस पर जाकर जैसे ही अंकसूची पर लगे क्यूआर कोड के ऊपर ले जाएंगे यह उसे स्कैन कर लेगा। स्कैन करने के बाद
                                        पूनम पुरोहित