किसानों के लिये घोषित राशि ऊंट के मुंह में जीरा के समान : कमलनाथ



   


किसानों के लिये घोषित राशि ऊंट के मुंह में जीरा के समान : कमलनाथ

भोपाल. लोकसभा चुनाव 2019 से पहले केन्द्र की मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम बजट 2019 को पेश कर दिया। कहा जा रहा है कि मोदी सरकार ने इस बजट में किसानों और करदाताओं को राहत देकर मास्टरट्रोक तो चल दिया है लेकिन आम जनता को इस बजल से खास लाभ मिलने वाला नहीं है।


ऊंट के मुंह में जीरा के समान बजट - मुख्यमंत्री

मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, आज पेश आम बजट पूरी तरह से चुनावी बजट होकर जुमला व छलावा साबित होगा। मोदी सरकार के इस आख़री बजट से भी अच्छे दिन की उम्मीद ख़त्म हो गयी। कार्यकाल के अंतिम समय में किसान, गरीब, मज़दूर, गौमाता की याद आयी। किसानो के लिये घोषित राशि ऊँट के मुँह में ज़ीरा के समान है।

क्या हैं अंतरिम बजट ...

संविधान के मुताबिक, केन्द्र सरकार पूरे एक साल के अलावा आंशिक समय के लिए भी यह लेखा-जोखा संसद में पेश कर सकती है। यदि सरकार अपने राजस्व और खर्च का यह लेखा-जोखा कुछ माह के लिए पेश करे, तो उसे अंतरिम बजट अथवा वोट ऑन अकाउंट की संज्ञा दी जाती है। अंतरिम बजट को लेखाअनुदान मांग और मिनी बजट भी कहते हैं।