केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर करेंगे पोषण पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ

मंथन न्यूज भोपाल
कृषि को पोषण से जोड़ने एवं पोषण साक्षरता को बढ़ावा देने के महती उद्देश्य से भोपाल में 14 से 16 मई तक आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ सोमवार को होटल आमेर ग्रीन, होशंगाबाद रोड़, भोपाल में प्रातः 10:30 बजे केन्द्रीय ग्रामीण विकास, पंचायती राज एवं खनन मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर करेंगे। मध्यप्रदेश की महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगी। जानी-मानी पर्यावरणविद् डाँ. वंदना शिवा और यूनिसेफ के सी.एफ.ओ. श्री माइकल जुमा भी उपस्थित रहेंगे।

कार्यशाला मूलतः 'जो खायें, वो उगायें'' के सिद्धांत पर आयोजित है। भारत सहित पूरी दुनिया के विकासशील देशों में महिलाओं और बच्चों के लिए पोषण की मानक स्तर पर उपलब्धता गुणवत्ता और उपयोगिता एक जटिल चुनौती रही है। अन्तर्राष्ट्रीय कार्यशाला में तीन दिनों तक देश और विदेशों से आये विषय-विशेषज्ञ और प्रतिनिधि विचार-मंथन करेंगे।

'पोषण संवेदी कृषि और पोषण जागरूकता'' पर महिला-बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में तकनीकी सहयोग भारतीय अनुसंधान परिषद अटारी, जबलपुर का है। दीनदयाल शोध संस्थान दिल्ली आयोजन का नॉलेज पार्टनर है। प्रदेश का कृषि तथा किसान कल्याण विभाग, यूनिसेफ मध्यप्रदेश, इंटरनेशनल फण्ड फॉर एग्रीकल्चर डेव्हलपमेंट भी इसमें सहयोगी है। कार्यशाला में होने वाले विमर्श के परिणामों को मुख्यमंत्री के माध्यम से नीति आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा ताकि भोजन के स्त्रोत में पोषण की प्रचुरता उपलब्ध कराकर देश में महिलाओं और बच्चों में पोषण की समस्या का स्थायी निराकरण किया जा सके।

इस विषय पर विचार मंथन और जागरूकता के लिए 2016-17 से जारी कार्यशालाओं का समापन इस अन्तर्राष्ट्रीय कार्यशाला से किया जायेगा। जिसमें खाद्य सुरक्षा और पोषण संवेदी कृषि की दिशा में नवाचार, ग्राम स्तरीय संस्थाओं के क्षमता विकास, ग्रामीण व्यापार वाणिज्य से जुड़े विषय, पोषण साक्षरता, बच्चों तथा माताओं के पोषण स्तर में सुधार के लिए कार्य योजना निर्धारण और प्रबंधन पर विशेष सत्र होंगे।

कार्यशाला में विभिन्न विषयों पर केन्द्रित प्रदर्शनी तथा जीवंत स्टॉल भी लगाये जायेंगे। कार्यशाला में कृषि वैज्ञानिक, पोषण आहार विशेषज्ञ, अर्थशास्त्री, खाद्य पदार्थों के शोधकर्ता तथा अन्य विशेषज्ञ भाग लेंगे। पोषण को सुरक्षित रखते हुए भोजन बनाने, मसालों व जड़ी-बूटियों को खानपान में शामिल करते हुए जीवन-शैली विकसित करने की जन-उपयोगी और दैनंदिनी में सहज स्वीकार्य पद्धतियों का प्रदर्शन भी कार्यशाला में होगा।