मंथन न्यूज़ दिल्ली -नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष पर करारा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आरोप लगाया कि विपक्षी दल संसद में कामकाज नहीं चलने दे रहे हैं और बेईमानों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष भ्रष्टाचार और कालाधन के मुद्दे पर चर्चा से एक महीने तक भागता रहा।
बीजेपी की परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ राजनीतिक लोग और नेता एटीएम की कतार में खड़े लोगों को उकसाने का काम कर रहे हैं लेकिन उनकी मंशा को सफल नहीं होने दिया जाएगा क्योंकि आम लोग संयम के साथ हैं और समझ रहे हैं कि देश का बड़ा हित दांव पर लगा हुआ है।
मोदी ने कहा कि संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले आयोजित सर्वदलीय बैठक में उन्होंने लोकसभा और राज्य विधानसभाओं की चुनाव एक साथ कराने और राजनीतिक दलों को चंदा के विषय पर चर्चा कराने का सुझाव दिया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद में एक महीने तक कामकाज नहीं होने दिया गया क्योंकि विपक्ष दल इन दोनों मुद्दों पर चर्चा कराने को तैयार नहीं थे।
क्या-क्या कहा मोदी ने पढ़ें-
- -उनके नेता हमेशा यह दावा करते रहे हैं कि दिवंगत राजीव गांधी आम लोगों तक कम्प्यूटर और मोबाइल फोल लाए। लेकिन जब मैं कहता हूं कि फोन का उपयोग बैंक के रूप में कर सकते हैं, तब वे कहते हैं कि गरीबों के पास मोबाइल फोन नहीं है। वे कहते हैं कि लोगों के पास बैंक खाता नहीं है। अब वे दावा कर रहे हैं कि गरीब बैंकों तक जाते हैं लेकिन पैसा नहीं मिल रहा है, वे झूठ फैला रहे हैं।
- -नोटबंदी से अच्छे-अच्छों का खेल खत्म कर दिया है। कुछ लोगों को लगता था कि बैंक में पैसे डाल दिए तो पैसे सफेद हो जाएंगे। गलती कर गए, उन्हें पता नहीं था कि आज ईमानदारी की सरकार है। जब सरकार ईमानदारों के लिए है तो उसे कम मत आंकिए, फंस गए। नई तकनीक से ढूंढ़ रहे हैं कि कहां से रुपये आए, कहां जा रहे हैं। आपने देखा कैसे रुपये पकड़े जा रहे हैं। पहले आपने कभी देखा था कि लूट के रुपये पकड़े जा रहे हैं।
- -देश को विकास की ऊंचाई पर ले जाना चाहते हैं, भ्रष्टाचार को खत्म करना है।
- -हमने हर गांव में बिजली पहुंचा दी है। अब सिर्फ 70 गांवों में बिजली नहीं है। यूपी में 1600 गांवों में बिजली नहीं थी।
- -कांग्रेस ने देश को तबाह कर दिया है, अब बदनाम करने में लगी है।
- -कांग्रेस भ्रष्टाचार में डूबी है। सीताराम केसरी जब कोषाध्यक्ष थे तब कहा जाता था- न खाता न बही, जो केसरी कहें वही सही।
- -आज छोटे नोट और छोटे लोगों की पूजा हो रही है
- -नोटबंदी से कई लोगों के पसीने छूट गए हैं। अब गरीबों के घर के बाहर लाइन लगा रहे हैं।
- -चुनावी चंदे और चुनाव सुधार पर चुनाव आयोग के रुख का समर्थन करता हूं। मैंने लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ कराने की मांग रखी थी। हम इस पर बहस चाहते थे। लेकिन संसद में चर्चा नहीं होने दी गई।
- -मैं चुनाव आयोग के चुनाव सुधार कार्यक्रम की प्रशंसा करता हूं, बीजेपी इसका स्वागत करती है।
- -देश दो तरह के लोगों में बंट गया है। पहला वो मुट्ठीभर लोग जो भ्रष्टाचार के साथ हैं, दूसरा वो लोग जो चाहते हैं कि भ्रष्टाचार खत्म हो।
- -विपक्ष पार्षदों जैसा बर्ताव भी नहीं कर रहा था
- -बेईमानों को बचाने के लिए कुछ लोग संसद में नारे लगा रहे थे। विपक्षी दल बेईमानों को बचाने के लिए नारे लगा रहे थे।
- -विपक्ष नहीं चाहता था कि संसद चले, वो करप्शन पर बहस से घबरा रहा था। उसका एजेंडा था कि संसद बंद हो।
- -आपने दिल्ली में ऐसी सरकार बनाई है जो गरीबों के लिए समर्पित है
- -देश की राजनीति में यूपी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है
- -नौजवान देश को नई दिशा की ओर ले जाएंगे
- -यूपी में परिवर्तन की आंधी चल पड़ी है
- -नौजवानों के लिए हम स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम लेकर आए
पूनम पुरोहित
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