शिकायत करने पहुंचे तो जवाब दिया- परिवार सहित यहीं आ जाओ

सुबह 11 से रात 10 बजे तक बिजली नहीं आने से परेशान रहे लोग। फिर भी देश के सबसे बड़े और आधुनिक कॉल सेंटर होने का कर रहे दावा


भोपाल। बिजली गुल होने पर राजधानीवासियों को ऑफिस में शिकायत करने से पहले सोचना पड़ेगा। क्योंकि वहां बैठे कर्मचारी समाधान की बजाय ऊटपटांग जबाव देने लगे हैं। गुरुवार रात विद्यानगर जोन कार्यालय में शिकायत करने पहुंचे रहवासी आरबी गुर्जर को कर्मचारियों की ओर से जवाब मिला कि रात में सुधार नहीं सकते। ज्यादा परेशानी हो रही है तो परिवार के साथ यहीं आ जाओ।


रामेश्वरम कॉलोनी के लोग गुरुवार दोपहर से लेकर रात तक बिजली का इंतजार करते रहे। गुर्जर ने रात तक नौ बार कॉल सेंटर से लेकर विद्यानगर जोन कार्यालय तक जाकर शिकायत की। रात साढ़े दस बजे वे फिर विद्यानगर बिजली कार्यालय पहुंचे तो जवाब सुनकर हैरान रह गए। रहवासी नहीं माने तो कंपनी ने डेढ़ बजे रात में स्टाफ भेजकर इसे ठीक करवाया।

 

प्रक्रिया तय, पालन नहीं
कॉल सेंटर में दर्ज शिकायत लाइन स्टाफ से जेइ, एइ, डीइ से एसइ और उससे ऊपर तक बढ़ती रहती है। फिर भी गंभीरता से नहीं लिया जाता है। कॉल सेंटर का संचालन अभी सोरविन बीपीओ प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कर रही है। कॉल सेंटर में लाइन तो १०० हैं, लेकिन रात में सिर्फ छह लाइनें ही चालू मिलती हैं।

 

इन्हें भी है शिकायत 
- बीते सप्ताह चौकसे नगर निवासी मोहम्मद फराज के घर की बिजली बंद हो गई। शिकायत के बावजूद बिजली सुबह ही आ पाई। -अशोका गार्डन इकबाल कॉलोनी निवासी आशीष टांक ४ जून को पूरी रात परेशान हुए। कॉल सेंटर पर शिकायत के बावजूद कोई लाइन स्टाफ बिजली सुधारने नहीं आया।

रात में एक लाइन स्टाफ के भरोसे १७ हजार उपभोक्ता
रात में एक ही जोन से अगर एक से अधिक शिकायत आती है तो उसके समाधान में समय लग जाता है। दरअसल रात में एक जोन में ड्यूटी पर एक ही लाइनमैन रहता है, जो एक-एक करके शिकायत दूर करता है। यदि जोन में पांच जगह से फोन आ जाए तो फिर आखिरी वाली शिकायत का समाधान होते-होते सुबह हो जाना तय है। इस खामी की जानकारी होने के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं किया जा रहा है।

 

शिकायतों का निराकरण समय सीमा में करने के निर्देश दिए हैं। रात को भी स्टाफ की ड्यूटी लगा रखी है। यदि कहीं गड़बड़ी हुई है तो इसे दिखवा लिया जाएगा। आगे से ऐसा नहीं होगा।
बीके सिन्हा, जीएम, सिटी सर्किल

इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस पर सख्त एक्शन लिया जाएगा।
डॉ. संजय गोयल, एमडी, मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी