सीएम योगी ने कहा कि अगर दोनों पक्ष आपसी सहमति से हल निकालते हैं और सरकार से सहयोग की बात करेंगे तो हम जरूर मदद करेंगे. उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की संभावनाओं के सवाल के जवाब पर कहा कि अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम राम के सदैव दर्शन होते हैं और आगे भी होंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह स्पष्ट किया कि श्रीश्री रविशंकर को राम मंदिर निर्माण का बातचीत के जरिये हल निकालने के लिए किसी ने आमंत्रित नहीं किया है. वे स्वत: संवाद की प्रकिया को बहाल करने के लिए आगे आए हैं. इसका गुजरात चुनाव से कोई मतलब नहीं है.
उल्लेखनीय है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मध्यस्थता के जरिये हल निकालने के उद्देश्य से आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर बुधवार को लखनऊ पहुंचे.यहाँ उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई. श्रीश्री रविशंकर कल (16 नवंबर) को अयोध्या जाकर राम मंदिर मामले से जुड़े सभी पक्षकारों से मुलाकात करेंगे. श्रीश्री रविशंकर 16 नवंबर को सड़क मार्ग से अयोध्या पहुंचेंगे
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