हितेश जैन पोहरी । शिबपुरी जिले की सबसे पिछड़ी तहसील जिसे पोहरी तहसील के नाम से जाना जाता है उस तहसील में पोहरी महाविद्यालय में प्रिंसिपल के मनमनि रबैए के चलते बच्चो को परेसानी से जूझना पड रहा है। कॉलेज में बच्चो के लिए कोई ब्यबस्था नही हे बच्चो को दुषित पानी पिलाया जा रहा हे बहि कॉलेज के इस्टाफ के लिए पानी की ब्यबस्था कुछ और ही हे आय दिन टीचर अपसेन्ट रहते हे जिस पर कॉलेज के प्रिंसिपल ने अनदेखा कर रहा हे कॉलेज के स्टाफ के मनमानी रबैए के कारण बच्चो का वबिस्य अंधकार में जा रहा हे कॉलेज में जो पानी बच्चो के लिए रखा गया हे बहि पर हो रही गन्दगी मजबूरन उस पानी को बच्चों को पीना पड रहा हे
विना रसीद दिए 250 रु का लिया जा रहा है सुबिधा शुल्क
प्रिंसिपल की मनमानी इस कदर बढ़ गई है यह कॉलेज प्रिंसीपल ने कॉलेज के नियमो की धज्जियां उड़ा दी है इस कॉलेज में प्रिंसिपल के वानाये हुए अपनी मनमानी के नियमो पर चलने पर छात्रों को मजबूर कर दिया है। कॉलेज की प्रिंसिपल ने हर बच्चो से 250 रु की फीस बिना किसी रसीद के चालू कर दिया है छात्रों का कहना है कि मेडम की मनमानी इस कदर बढ़ गई है कोई सुनने वाला नही है। हम कैसे जाए मेडम की शिकायत करने हमे आगे भी एग्जाम देना है हो सकता है कि मेडम की नजर हम पर हो और हमे पेपर भी नही देने देंगी ओर फैल भी कर सकती है।
फार्म एप्रूव करने के लिए किया जा रहा है छात्रों को परेसान
पोहरी महाविद्यालय में प्रिंसिपल की मनमानी से छात्रों को परेसानी का सामना करना पड़ रहा है। सभी छात्र अपना फार्म भरने में असमर्थ हो रहे है छात्रों से सुबिधा सुल्क में 250 रु की राशि ली जा रही है। पहले 250 रु की राशि जमा कराई जा रही है और उसकी रसीद भी नही दी जा रही है सभी छात्रों को परेसानी का सामना करना पड़ रहा है।
कमीसन पर दे रखा है फार्म भरने का ठिकाना
पोहरी में कॉलेज प्रिंसिपल की मनमानी के चलते कोई भी छात्र किसी भी ऑनलाइन की दुकान से फार्म नही भर सकता क्योको प्रिंसिपल की मनमानी इस कदर बढ़ गई है कि कमिसन के चक्कर मे कॉलेज प्रिंसिपल ने एक निजी कम्प्यूटर से कमिशन के चक्कर मे ठेका दे रखा है । यदि उस निजी कम्यूटर से छात्र फार्म नही भर रहे उन छात्रों का फार्म अप्रूब नही कर रहे है । अब छात्रों की मजबूरी हो गई है कि उनको फीस से ऊपर की राशि देने पर मजबूर हो रहे है।
न पानी पीने की सुबिधा ओर न टॉयलेट जाने की
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पोहरी प्रिंसिपल की मनमानी इस कदर बड़ गई है की कॉलेज में न पीने के लिए पानी की व्यबस्था रहती है एक मटके में पानी भरा रहता है छात्र वह पानी पीने को मजबूर गए है। 175 लाख की लागत का बना महाविद्यालय में प्रिंसिपल की मनमानी इस कदर बढ़ गई है कि कॉलेज में पानी पीने की कोई व्यवस्था नही है अभी कुछ समय बना नबीन कॉलेज जिसकी पानी की टंकी आज तक नही भरी गई और छात्रों को परेसानी का सामना करना पड़ रहा है। यदि छात्रों को प्यास लगती है तो मजबूरी में छात्रों को गंदा पानी पीना पड़ रहा है। ओर टॉयलेट में महीनों से सफाई नही हुई है इस कारण छात्रों को परेसानी का सामना करना पड़ रहा है।
सालो से नही हुई टॉयलेट की सफाई
पोहरी महाविद्यालय में कर्मचारी तो है लेकिन कॉलेज प्रिंसिपल की मनमानी के चलते कॉलेज की हालत बिल्कुल खराब पड़ी हुई है। ऐसा लग रहा है कि महीनों सेv साफ सफाई नही हुई है सफाई न होने से छात्रों को परेसानी का सामना करना पड़ रहा है
सात दिन में 1से 2 वार आते है शिक्षक
पोहरी महाविद्यालय में प्रिंसीपल की मनमानी के चलते प्रिंसिपल की सांठगांठ से कॉलेज प्रिंसिपल ने शिक्षकों का कॉलेज में न आना उचित नही समझा पोहरी कॉलेज में शिक्षक अपनी मनमानी करके बच्चो का भबिष्य विगाड़ने में लगे हुए है।
बच्चो का भविष्य विगाड़ रहा है पोहरी का महाविद्यालय
पोहरी महाविद्यालय में प्रिंसिपल की मनमानी के चलते न कोई क्लास ली जाती और न ही शिक्षक रोज आते इस मनमानी के चलते छात्रों का भबिष्य बिगाड़ने में अपनी मनमानी चला रही है
जानकारी के अनुसार क्लास रूम भी खाली डला रहता है न टीचर आते है और न क्लास लगते है।
पोहरी प्रिंसिपल की मनमानी के चलते यह छात्रों का भबिष्य बिगाड़ने में लगी हुई है।
क्या कहती है पोहरी की प्रिंसिपल-
छात्रों के फार्म एप्रूव के लिए अभी कोई ऑपरेटर नही है हमारा ऑपरेटर ग्वालियर काम से गया हुआ है आप इंतजार करो जब ऑपरेटर आ जायेगा तब फार्म एप्रूव हो जाएंगे और प्रिंसिपल मेडम से छात्रों से 250 रु लेने की बात कही प्रिंसिपल मेडम की बोलती बंद हो गई ।
मंजुलता गर्ग
पोहरी महाविद्यालय प्रिंसिपल
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