फ्रांस, इंडोनेशिया, श्रीलंका के अफसरों ने जाना कम समय में कैसे काम करती है डायल-100

मंथन न्यूज़ भोपाल -राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय भारत सरकार नई दिल्ली के मेजर जनरल व सेना के 10 ब्रिगेडियर के साथ किया दौरा
- अफसरों ने प्रेजेंटेशन और लाइव डेमो देकर समझाई प्रक्रिया व बताई कार्यप्रणाली

Image result for डायल-100 ki picफ्रांस, इंडोनेशिया व श्रीलंका के अधिकारियों ने मंगलवार को डायल-100 सेवा को जाना। उनके साथ राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय भारत सरकार नई दिल्ली के मेजर जनरल व सेना के ब्रिगेडियर भी थे। इस दौरान उन्होंने जानने का प्रयास किया कि इतनी अधिक आबादी और शिकायतों के बीच कैसे तय समय में सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाना संभव हो रहा है।
मेजर जनरल सुनील श्रीवास्तव, भारतीय सेना के ब्रिगेडियर स्तर के 10 अधिकारियों के साथ फ्रांस, इंडोनेशिया व श्रीलंका के एक-एक अधिकारी दो घंटे से ज्यादा समय तक यहां रहे। इस दौरान उन्होंने डायल-100 व सीसीटीवी कंट्रोल रूम देखा और कार्यप्रणाली समझी। एडीजी अन्वेष मंगलम ने सभी को डायल-100 सेवा की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह पूरी तरह से कंप्यूटरीकृत व्यवस्था है। डायल-100 टीम ने योजना का विस्तृत प्रेजेंटेशन देते हुए संचालन प्रक्रिया का लाइव डेमो भी टीम को दिया। प्रदेश भर में करीब 18 लाख लोगों की मदद कर चुके डायल-100 को जानने के लिए यह दौरा कार्यक्रम हुआ था। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत पहले भी यूपी समेत अन्य राज्यों की पुलिस भी दौरा कर चुकी हैं।
हर रोज आती हैं पांच हजार शिकायतें
एसपी रेडियो बीएम शाक्य ने टीम को बताया कि सेवा का शुभारंभ 1 नवंबर 2015 में हुआ था। यह 24 घंटे काम करती हैं। हर रोज कंट्रोल रूम में करीब पांच हजार शिकायतें आती हैं। इसके अलावा गश्त, गर्ल्स कॉलेज-स्कूल और बैंकों आदि में भी डायल-100 व्यवस्था बनाने का काम कर रही है। एसपी ने बताया कि दो दिन पहले ही सागर में डायल-100 के पुलिसकर्मियों ने अपनी जान पर खेलकर तालाब में डूबने से एक महिला और बच्चे को बचाया था।
सेफ सिटी मॉनिटरिंग एंड रिस्पॉन्स सेंटर का भी लिया जायजा
रक्षा अधिकारियों ने मप्र पुलिस द्वारा तैयार किए जा रहे सेफ सिटी मॉनिटरिंग एंड रिस्पॉन्स सेंटर का भी जायजा लिया। इस केंद्र में प्रदेश में दो हजार स्थानों पर लगाए जा रहे 10 हजार फिक्स्ड कैमरों, मोबाइल सर्विलेंस वाहनों एवं ड्रोन कैमरों की वीडियो फुटेज एक ही स्थान पर देखी जा सकती है। इसके चालू होने से अपराधों की रोकथाम, अपराधियों की धरपकड़ व कानून व्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी।
                                            पूनम पुरोहित