अमेरिका की खुफिया एजेंसी ने ढूंढ़ निकाले व्यापमं के 125 मुन्नाभाई

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मंथन न्यूज़ भोपाल -व्यापमं फर्जीवाड़े के 125 से ज्यादा मुन्नाभाइयों (दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने वाले) की तलाश अमेरिका की एक खुफिया एजेंसी ने कर ली। यह वही मुन्नाभाई थे, जिनकी सिर्फ तस्वीर ही सीबीआई के पास थी। फर्जीवाड़ा पकड़ में न आए इसके लिए कई फोटो में छेड़छाड़ भी की गई थी। इस तरह के 200 से ज्यादा मुन्नाभाइयों की तलाश सीबीआई कर रही थी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लग रही थी।

इसके लिए सीबीआई ने भारत की सरकारी सहित निजी डिटेक्टिव एजेंसी की मदद भी ली, लेकिन नतीजा सिफर रहा था। इसके बाद यह काम अमेरिका की खुफिया एजेंसी से करवाने का फैसला किया गया। अमेरिका की यह एजेंसी आतंकवाद के मामलों में संदिग्धों की पहचान करती है। एजेंसी द्वारा मुन्नाभाइयों की दी गई मौजूदा फोटो के चलते सीबीआई ने इसमें से करीब 80 मुन्नाभाइयों को पकड़ भी लिया।
साढ़े नौ लाख छात्रों की जानकारी इकठ्ठा की 
सीबीआई ने ऐसे मुन्नाभाइयों की जिनकी सिर्फ फोटो ही थी कि पहचान करने के लिए प्रदेश सहित छह राज्यों उत्तरप्रदेश, राजस्थान, बिहार, दिल्ली और महाराष्ट्र के मेडिकल कॉलेज और वहां की कोचिंग संस्थाओं में पढ़ने और पढ़ाने वाले एक-एक छात्रों व टीचर्स के फोटो इकठ्ठे किए। सीबीआई को उम्मीद थी कि मप्र में फर्जीवाड़ा करने वाले छात्र किसी राज्य में या तो पढ़ रहे होंगे या फिर पढ़ा रहे होंगे। इस काम में सीबीआई को करीब छह महीने का वक्त लग गया।
जनवरी में दी अपनी रिपोर्ट
सीबीआई ने यूएस एजेंसी को साढ़े नौ लाख फोटो और तलाशे जाने वाले मुन्नाभाइयों के फोटोग्राफ अक्टूबर 2016 के अंत में दिए थे। जिसके बाद एजेंसी ने साढ़े नौ लाख फोटो के डाटा से उन अज्ञात मुन्नाभाइयोंकी तलाश शुरू की और जनवरी 2017 में ऐसे 200 लोगों के फोटो ग्राफ्स सीबीआई को सौंपे जिनका चेहरा दी दिए गए फोटो से मैच कर रहा था। सीबीआई ने जिन 80 मुन्नाभाइयों को अब तक पकड़ा है उनमें से ज्यादातर उत्तरप्रदेश व बिहार से निकले जो मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे थे और कई कोचिंग से जुड़े थे।
                                             पूनम पुरोहित