राष्ट्रपति बनने के बाद पहला जन्मदिन मना रहे हैं महामहिम कोविंद, पीएम ने दी बधाई
दिल्ली। रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति बनने के बाद अपना पहला जन्मदिन मना रहे हैं. महामहिम के जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी. मोदी ने ट्विटर पर ट्वीट कर लिखा कि राष्ट्रपति जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं. देश की सेवा के लिए समर्पित राष्ट्रपति जी को ईश्वर लंबा और स्वस्थ जीवन प्रदान करे.
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति के रूप में अपना कार्यकाल शुरू करने के बाद उन्होंने खुद के सरल और दयालु स्वभाव से भारत के लोगों को लुभाया है. मोदी ने कहा कि मैंने राष्ट्रपति जी को 125 करोड़ भारतीयों, विशेषकर गरीबों और वंचितों के आकांक्षाओं के प्रति हमेशा उन्हें संवेदनशील पाया है.
राष्ट्रपति कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर, 1945 को कानपुर देहात में डेरापुर तहसील के गांव परौख में हुआ. उन्होंने संदलपुर ब्लॉक के गांव खानपुर में स्कूली शिक्षा ली. इसके बाद देश की सर्वोच्च सिविल सेवा की परीक्षा दी. लेकिन पहले और दूसरे प्रयास में असफल रहे. तीसरी बार में उन्होंने इम्तिहान पास कर लिया.
कोविंद ने दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस की. अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में वह सुप्रीम कोर्ट के जूनियर काउंसलर के पद पर रहे. वर्ष 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सचिव कोविंद ही थे. इसके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से ताल्लुक रखने वाले नेताओं ने जय प्रकाश नारायण की जनता पार्टी से अलग होकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) बना ली. कोविंद इस पार्टी जुड़ गए.
पार्टी ने साल 1990 में घाटमपुर लोकसभा सीट से चुनाव के मैदान में उतारा, लेकिन चुनाव में उन्हें हार मिली. इसके बाद 2007 में उन्होंने भोगनीपुर सीट से चुनाव लड़ा, इसमें भी उन्हें हार मिली. कोविंद 1994 से 2000 तक उत्तर प्रदेश से बीजेपी के राज्यसभा सदस्य रहे. कोविंद 1998 से 2002 तक बीजेपी दलित मोर्चा के अध्यक्ष रहे हैं.
कोविंद की पहचान एक दलित चेहरे के रूप में अहम रही है. छात्र जीवन में कोविंद ने अनुसूचित जाति, जनजाति और महिलाओं के लिए काम किया. ऐसा कहा जाता है कि वकील रहने के दौरान कोविंद ने गरीब दलितों के लिए मुफ्त में कानूनी लड़ाई लड़ी. कोविंद गवर्नर्स ऑफ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के भी सदस्य रहे हैं. वर्ष 2002 में कोविंद ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था.