डीजल कारों से पेट्रोल कारों की तरफ रूख कर रहे हैं ग्राहक, जाने बड़ी वजह


नई दिल्ली । कुछ साल पहले लोग पेट्रोल से ज्यादा डीजल कार खरीदना पसंद करते थे। जिसकी सबसे बड़ी वजह थी दोनों फ्यूल की कीमत में एक बड़ा अंतर होना, लेकिन आज यह फर्क बहुत ज्यादा नहीं है। वहीं अब पट्रोल कारें भी डीजल कारों के जितना माइलेज देने लगी हैं। ऐसे में लोग अब डीजल कारों से पेट्रोल कारों की तरफ रुख कर रहे हैं आइये जानते है इसकी बड़ी वजह।

डीजल कारों से पेट्रोल कारों की तरफ रुख

अब जमाना बदल गया है, पहले लोग पेट्रोल से ज्यादा डीजल कारों की तरफ जाते थे। लेकिन अब पेट्रोल इंजन काफी रिफाइंड हो चुके हैं और ज्यादा फ्यूल सेविंग करते हैं। वहीं, पेट्रोल और डीजल की कीमत में अब बहुत ज्यादा अंतर रह नहीं गया है, इस समय दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 70.41 प्रति लीटर है जबकि डीजल की कीमत 58.68 प्रति लीटर है और यहां फर्क 11.73 रुपये का है। तो ये बड़ी वजह हैं डीजल की जगह पेट्रोल कार को चुनना।

कीमत में ज्यादा अंतर

पेट्रोल और डीजल कारों की कीमतों में आज भी एक बड़ा अंतर है। जैसे मारुति सुजुकी बलेनो के पेट्रोल वर्जन की शुरूआती कीमत 5.26 लाख रूपये है जबकि बलेनो डीजल की कीमत 6.44 लाख रूपये से शुरु होती है। यहां फर्क एक लाख रुपए से ज्यादा का है। यही हाल सेडान और SUV में भी है जैसे हुंडई के नई वर्ना के पेट्रोल मॉडल की कीमत 7.99 लाख रूपये से शुरु होती है जबकि इसके डीजल मॉडल की कीमत 9.42 लाख रुपए से शुरु होती है। यहां भी कीमत में अंतर 1.43 लाख रुपये का है।

आंकड़े बोलते हैं

2016-17 में बिकी कारों में तीन चौथाई पेट्रोल कारें थीं। डीजल कारों का हिस्सा महज 27 फीसद रहा। 2012-13 में डीजल कारों की हिस्सेदारी 47 फीसद थी। 2012-13 से इसमें लगातार गिरावट देखी जा रही है। संसद में घरेलू बिक्री के फ्यूल-वाइज आंकड़ों के मुताबिक भारत में डीजल कारों की बिक्री लगातार 2012-13 से घट रही है। साल 2012-13 में डीजल कारों की बिक्री 47 फीसद थी, जो कि 2013-14 में 42 फीसद आ गई, 2015-16 में 34 फीसद और 2016-17 में 27 फीसद पहुंच गई है। वहीं, दूसरी तरफ पेट्रोल कारों की बिक्री लगातार बढ़ती जा रही है। साल 2016-17 में 73 फीसद पेट्रोल कारों की बिक्री हुई है जो कि साल 2012-13 में 53 फीसद, 2013-14 में 58 फीसद, 2014-15 में 63 फीसद और 2015-16 में 66 फीसद बिक्री हुई थीं।

सर्विस में कौन कितना महंगा?

पेट्रोल कार के मुकाबले डीजल कार की मैन्टेनस, स्पेयर पार्ट्स ओवरआल सर्विस थोड़ी महंगी होती है जैसे बलेनो पेट्रोल की 4th पेड सर्विस का ओवरआल खर्चा 4 हजार रुपये के आस-पास आता है तो वहीं डीजल बलेनो के लिए आपको 6300 रुपए देने पड़ते हैं। ऑटो एक्सपर्ट की माने तो जैसे जैसे कार पुरानी होती जाती है उसकी मेंटेनन्स कॉस्ट भी बढ़ने लगती है। यहां हम आपको एक चार्ट के जरिये बता रहे हैं कि पेट्रोल और डीजल में मेंटेनन्स कॉस्ट में कितना फर्क है।

मेंटेनेन्स कॉस्ट मारुति बलिनो पेट्रोल

नार्मल इंजन आयल - 1350 रूपये
आयल फिल्टर - 175 रूपये
फ्यूल फिल्टर - 480 रूपये
सर्विस चार्ज - 1300 रुपये

मेंटेनन्स कॉस्ट मारुति बलिनो डीजल

नार्मल इंजन आयल - 1680 रूपये
आयल फिल्टर - 380 रूपये
फ्यूल फिल्टर - 1420 रूपये
सर्विस चार्ज - 1300 रुपये

ऐसे में क्या करें?

ऑटो एक्सपर्ट टूटू धवन बताते हैं कि अगर आप रोजाना 50 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करते हैं तो आपको डीजल कार खरीदनी चाहिए। लेकिन अगर आप एक दिन में केवल 20 से 30 किलोमीटर ही जाते हैं तो आपको पेट्रोल कार की तरफ रुख करना चाहिए क्योंकि फ्यूल की कीमत में ज्यादा अंतर नहीं है साथ ही अब पेट्रोल कारें भी डीजल कारों जितना माइलेज देती है।