
- व्यक्तिगत रूप से मिल रहे छात्र
कॉलेजों में भले ही छात्र संगठन खुलकर प्रचार नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन वे व्यक्तिगत रूप से मिलकर अपनी बात छात्रों तक पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा उनके पास कोई दूसरा चारा भी नहीं है। बीकेडी के रवि दांगी ने बताया कि जब प्रचार के लिए समय ही नहीं दिया जा रहा तो छात्र संगठन माउथ पब्लिसिटी कर रहे हैं। इसके अलावा मेन गेट के आसपास हाथ में तख्ती लेकर भी कुछ छात्र खड़े रहे।
- अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन
इधर, शुक्रवार को कॉलेजों ने अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया। अब शनिवार को कॉलेजों में कक्षावार कक्षा प्रतिनिधि के प्रत्याशियों का नामांकन किया जाएगा। शाम तक कॉलेजों में कक्षावार कक्षा प्रतिनिधि प्रत्याशियों की अंतिम वैद्य सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा। इसी के साथ जिन कक्षाओं में कक्षा प्रतिनिधियों का नामांकन नहीं हुआ होगा, वहां संरक्षक द्वारा उनका मनोनयन किया जाएगा। इसके बाद केवल 29 अक्टूबर को छात्रों को प्रचार-प्रसार करने का समय दिया गया है।
- कॉलेजों में पुलिस तैनात
कॉलेजों में छात्र संगठनों के बीच जारी खींचतान को देखते हुए यहां पुलिस भी तैनात की गई है। पिछले कई दिनों से मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय (एमवीएम) में भगत क्रांति दल और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो रही थी। इस कारण शुक्रवार को यहां चाक-चौबंद व्यवस्था रखी गई। एमवीएम के पिछले गेट को बैरियर लगा कर बंद कर दिया गया। इसी तरह बेनजीर और हमीदिया कॉलेज में भी लगतार पुलिस राउंड लगाती रही।
- नूतन कॉलेज में भी प्रक्रिया जारी
शहर के नूतन कॉलेज में शुक्रवार को भी चुनाव की ज्यादा सरगर्मी नजर नहीं आई। हालांकि छात्राएं सोमवार को होने वाले चुनाव के लिए तैयार हैं। यहां भी छात्र माउथ पब्लिसिटी के माध्यम से प्रचार कर रही हैं।
- नाम नहीं कर रहे जाहिर
छात्र संगठनों के बीच जारी खींचतान की वजह से वे महत्वपूर्ण पदों पर खड़े होने वाले प्रत्याशियों के नाम भी जाहिर नहीं कर रहे हैं। छात्र संगठनों का कहना है कि एक पद के लिए तीन-चार नाम हैं अगर किसी का नामांकन निरस्त भी होता है तो उनके पास विकल्प रहेगा।
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अब बीकेडी ने लगाया प्रोफेसर्स पर बरगलाने का आरोप
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) की तरह अब भगत क्रांति दल (बीकेडी) ने भी सरकारी कॉलेजों के प्रोफेसर्स पर छात्रों को बरगलाने का आरोप लगाया है। बीकेडी ने कहा है कि एमवीएम में कुछ प्रोफसर्स एबीवीपी के पक्ष में वोट डालने का दबाव बना रहे हैं। हालांकि इस तरह के आरोपों को प्रोफेसर्स ने साफ तौर पर खारिज कर दिया है। अगर ऐसा है तो कोई भी छात्र संगठन प्रमाण प्रस्तुत करे। जानकारी के मुताबिक उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान और बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में कुछ छात्र निर्दलीय भी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। दरअसल, चुनाव में खींचतान को देखते हुए एहतियातन छात्र संगठन ऐसा करवा रहे हैं ताकि बाद में ये छात्र उनके दल में शामिल हो सकें।
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