उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार नगर निकायों को काम करने की आजादी देगी। मेयर व चेयरमैन के अधिकार अधिकार घटाएगी नहीं, बल्कि जरूरी हुआ तो बढ़ाएगी, पर इसके साथ ही आम लोगों के प्रति जवाबदेही भी तय करेगी। मुख्यमंत्री बुधवार को नगर विकास विभाग की ओर से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यशाला में नवनिर्वाचित मेयर व चेयरमैनों को संबोधित कर रहे थे।
योगी ने कहा, सरकार बिना भेदभाव के सभी नगर निकायों के विकास के लिए धन देगी, पर नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को भी अपनी उपयोगिता साबित करनी होगी। मेयर व चेयरमैन को संवेदनशीलता से आम लोगों के लिए काम करना होगा। केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं को ईमानदारी से जमीन पर उतारना होगा। वह खुद भी नगर निकायों का दौरा करेंगे। जो भी दिक्कत होगी, उसे दूर करेंगे।
मुख्यमंत्री ने सफलता के ‘मंत्र’ के साथ उन्हें कड़े संदेश भी दिए। कहा, सिर्फ चुनाव जीतना ही आपका उद्देश्य नहीं होना चाहिए। अगर जनता की नजरों में ‘हीरो’ बनना है तो काम भी करना होगा। जो लोग जाति-धर्म को हथियार बनाकर पांच साल गुजारने का प्रयास करेंगे, वे दुबारा चुनाव नहीं जीत पाएंगे। जनता उसी जनप्रतिनिधि को खोजती है, जो विकास करता है।
स्वच्छता सबसे बड़ी चुनौती
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती शहरों की स्वच्छता है। जनवरी से ही स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होने वाला है। इसलिए तत्काल अपने-अपने क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान शुरू कराएं, ताकि प्रदेश के अधिक से अधिक नगर निगमों का देश के स्वच्छ शहरों में चयन हो सके। उन्होंने 15 से 31 दिसंबर के बीच स्वच्छता के लिए विशेष अभियान चलाने का भी आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने अमृत, स्मार्ट सिटी समेत अन्य योजनाओं को तेजी से पूरा कराने की अपेक्षा की। अतिक्रमण, आवारा पशुओं, प्लास्टिक उन्मूलन के लिए अभियान चलाने तथा प्रधानमंत्री आवास योजना, ओडीएफ में तेजी लाने का भी आह्वान किया।
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