फांसी की सजा से नहीं रुकेंगे यौन अपराध, पुरुषवादी सोच बदलने की जरूरत : CM

फांसी की सजा से नहीं रुकेंगे यौन अपराध, पुरुषवादी सोच बदलने की जरूरत : CMपूनम पुरोहित मंथन न्यूज़ भोपाल - मुख्यमंत्रीशिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर आईएएस-मीट में ब्यूरोक्रेसी की तारीफ की, लेकिन बाद में एक-एक करके कई कमियां भी गिना दी। उन्होंने कहा कि कुछ आईएएस दिन-रात काम करते हैं, रिजल्ट देते हैं। तभी लोकसेवा गारंटी और लाडली लक्ष्मी योजनाएं बनती हैं और सफल होती हैं। कुछ ऐसे भी हैं जो नकारात्मक सोच के साथ ही शुरू होते हैं। कहते हैं-सर, नहीं हो सकता। तीसरे वो होते हैं जो सोचते हैं कि कौन चक्कर में पड़े। जो उचक रहा है, वो करे। ऐसे लोग सर्विस पर बोझ होते हैं। जो काम करते हैं वो ही सिस्टम में बदलाव करते हैं। मुख्यमंत्री शुक्रवार को प्रशासन अकादमी में बोल रहे थे।
सीएम यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि फांसी की सजा से यौन अपराध नहीं रुकेंगे, हमें समाज की पुरुषवादी सोच को बदलना होगा।
-सीएम चौहान ने कहा कि, हम सब टेम्परेरी हैं कोई भी परमानेंट नहीं है।जो आया है उसे जाना है। हालांकि कुछ लोग व्यवहार ऐसे करते हैं, जैसे उन्हें परमानेंट जीना है।
- आप देश और प्रदेश के उन चुनिंदा लोगों में से हैं, जो चाहे तो दुनिया बदल सकते हैं। हालांकि आपमें से कई लोग ऐसा करते भी हैं।
-आप चाहते तो प्राइवेट सेक्टर में भी जा सकते थे, लेकिन अपने इसे अपना मिशन बनाया। प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी देश की सब अच्छी ब्यूरोक्रेसी है। दूसरे प्रदेशों में कलेक्टर लोगों से मिलते तक नहींं।
- आपकी रूटीन ही पर्सनल जिंदगी में जंग लगा देती है, परिवार को समय जरूर दें। अपने परिवार को भी समय दें, बच्चों से लाड़-प्यार जरूर करें।