पूनम पुरोहित मंथन न्यूज़ भोपाल -31 दिसंबर के पहले विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक होने से भारतीय पुलिस सेवा के 30 अधिकारियों को समय पर प्रमोशन मिलने का रास्ता साफ हो गया है। डीपीसी में आईजी, डीआईजी और एसपी को पदोन्न्ति मिलना है। वहीं 2003 बैच के एक अधिकारी तथा 2004 बैच के छह अफसरों को एक साल की वरिष्ठता का लाभ भी दिया गया है। अब जल्द ही पात्र लोगों के प्रमोशन के आदेश जारी होने की संभावना है।
आईपीएस अधिकारियों की डीपीसी लगातार दूसरे साल 31 दिसंबर के पहले हुई है। इसके पहले लंबे समय से भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों की डीपीसी, प्रमोशन की पात्रता हो जाने के महीनों बाद हो पाती थी।

1993 बैच के आईजी ग्वालियर अनिल कुमार, आईजी होशंगाबाद रविकुमार गुप्ता, आईजी एसएएफ जबलपुर अनिल कुमार गुप्ता व आईजी इंटेलीजेंस संजीव शमी सहित केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गईं सोनाली मिश्रा के नाम डीपीसी में शामिल किए गए हैं। सूत्र बताते हैं कि सोनाली मिश्रा को प्रोफार्मा पदोन्नति बैच के साथ ही दी जा सकती है।
बताया जाता है कि डीआईजी के 2000 बैच के भोपाल शहर डीआईजी संतोष कुमार सिंह, छतरपुर रेंज डीआईजी केसी जैन और डीआईजी नारकोटिक्स एसपी सिंह के नामों पर डीपीसी में विचार हुआ। इसी तरह 2004 बैच के अखिलेश झा और आनंद प्रकाश सिंह सहित 18 अधिकारियों के नाम डीपीसी में रखे गए हैं।
सूत्रों का कहना है कि झा और आनंद प्रकाश सिंह को छोड़कर शेष 16 अधिकारियों को डीआईजी बनाए जाने की संभावना है। झा अपने खिलाफ चल रही विभागीय जांच को लेकर कैट में गए थे जहां से स्थगन आदेश ले आए थे। स्थगन आदेश में शासन को जवाब देने तक डीपीसी करने पर रोक लगाई गई थी और कैट को जवाब भेजने के बाद डीपीसी का रास्ता खुल गया था।
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