मंथन न्युज-उत्तरी कमान के पूर्व कमांडर सेवानिवृत्त भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट बीएस जसवाल ने कहा कि यदि दो न्यूक्लियर पावर चीन और पाकिस्तान से भारत को युद्ध लड़ना तो भी दोनों मुल्क को भारत खंडहर में बदल देगा। उन्होंने कहा कि इस विनाशकारी संघर्ष में पाकिस्तान पूरी तरह से नष्ट हो जाएगा और वे फिर से पाषाण काल की तरफ चले जाएंगे। चीन को भी चेतावनी देते हुए लेफ्टिनेंट ने कहा कि चीन की भारी आर्थिक प्रगति को बड़े पैमाने पर झटका लगेगा और दुनिया से बीजिंग को अलग थलग पड़ जाएगा
दोनों पड़ोसी मुल्कों को विनाश सामना करना पड़ेगा
डेली स्टार ऑनलाइन से बात करते हुए लेफ्टिनेंट जसवाल ने कहा कि भारत युद्ध के लिए तैयार है और अगर युद्ध होता है दोनों ही पड़ोसी मुल्कों को विनाशकारी स्थिति का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, 'पहले न्यूक्लियर वेपन का प्रयोग करना भारत की नीति में नहीं है, लेकिन मुंहतोड़ जवाब देने से भारत हिचेकेगा नहीं। हम टू-फ्रंट वॉर के लिए तैयार है और अगर हमने बदला लेना शुरू किया तो पूरा पाकिस्तान को फिर से पाषाण काल में पटक देंगे हम पाकिस्तान को पूरी तरह से बर्बाद करे देंगे।'
चीन के लिए युद्ध अपने आप को अलग-थलग करना
पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि चीन के लिए युद्ध करने का मतलब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को अलग-थलग करना है और अपनी आर्थिक महत्वकांक्षाओं को तगड़ा झटका देने जैसा है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के दक्षिण में गिलगिट-बाल्तिस्तान में पाकिस्तान और चीन सीपीईसी प्रोजेक्ट के तहत 33 बिलियन डॉलर खर्च करने की योजना बना रहे हैं, जिससे भारत के साथ दोनों देशों के बिगड़ने के आसार है
डोकलाम चीन को समझ आया होगा...
लेफ्टिनेंट जसवाल ने कहा कि चीन बिना संघर्ष किए ही जमीन को हड़पना में निपुण कौशल है। उन्होंने कहा, 'जो क्षेत्र विवादित कहलाता है, वहां चीन अपना कब्जा कर उसे अपने अधिकार क्षेत्र में लेने की घोषणा कर लेता है, हालांकि उन्हें डोकलाम संकट बाद तो समझ आ गया होगा। उन्होंने कहा कि चीन और भारत के बीच सीमा विवाद को लेकर 20 राउंड वार्ता हो चुकी है, लेकिन अब यह सवाल भी उठाने की जरूरत है कि चीन के कहने पर पाकिस्तान घुसपैठ की कोशिश करता रहा है। लेफ्टिनेंट जसवाल ने कहा कि पाकिस्तान की विदेश का रक्षा नीति चीन तय करता है।
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