दो गुटों में बंटा कॉलेज, राजनीति के फेर में लगा रहे गंभीर आरोप, कॉलेज प्रबंधन मौन, शिकायतों और जांचों में उलझा विवाद

मंथन न्युज शिवपुरी-
शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पिछले कई दिनों में दो गुटों में बंट कर राजनीति का अखाड़ा बन गया है। एक ओर जहां छात्र संगठन आउटर्स के कॉलेज में प्रवेश कर लड़कियों के साथ साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा रहा है तो वहीं दूसरा पक्ष छात्र संगठन के पदाधिकारियों पर कॉलेज परिसर में ड्रग्स के कारोबार का आरोप लगा रहा है। इन सभी आरोपों और विवाद के बीच कॉलेज प्रबंधन की भूमिका पूरी तरह से शून्य नजर आ रही है।
उल्लेखनीय है कि चार दिन पूर्व कुछ लडक़ों ने छात्र संघ सचिव अमित दुबे की मारपीट कर दी थी। यह मामला इतना तूल पकड़ा की एफआईआर कराने के लिए क्षेत्रीय विधायक व मंत्री यशोधरा राजे को हस्तक्षेप करना पड़ा। इसके अगले दिन ही छात्रों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर धरना दिया और आरोप लगाया कि कॉलेज में छात्राओं की अस्मिता खतरे में है। यह मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था, उससे पहले गुरुवार को मारपीट के मामले में आरोपी बनाए गए आशीष बिंदल ने पुलिस अधीक्षक को एक आवेदन देकर आरोप लगाया कि कॉलेज में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा ड्रग्स का कारोबार किया जा रहा है, इस कारण कॉलेज के कई छात्र नशे की गिरफ्त में आ गए हैं। आशीष बिंदल ने एसपी को बताया कि गुरुवार को जब वह रिषभ करोसिया व विपिन पंवार के द्वारा सूचना मिलने पर कॉलेज में मामले की पड़ताल करने पहुंचा तो छात्र संघ अध्यक्ष अनुप्रिया तंवर व छात्र संघ सचिव अमित दुबे ने उसके साथ अभद्रता कर मारपीट कर दी। इसी बीच गुरुवार की शाम को एक बार फिर दोनों पक्ष कॉलेज परिसर में ही विवाद हो गया तो कॉलेज प्रबंधन को मामला शांत करने के लिए पुलिस बुलाना पड़ी। कुल मिलाकर इस पूरे विवाद पर कॉलेज प्रबंधन खुद को बचाता नजर आया।
विवाद के पीछे राजनीति
यदि कॉलेज प्रबंधन से जुड़े सूत्रों की मानें तो इस पूरे विवाद के पीछे छात्र संघ चुनावों की राजनीति है। सूत्र बताते हैं कि एक पक्ष में विपिन पंवार विद्यार्थी परिषद का विकासखंड संयोजक है तो दूसरे पक्ष के पदाधिकारी भी विद्यार्थी परिषद के ही हैं। अगले साल होने वाले छात्र संघ चुनावों की विसात बिछाने के फेर में यह पूरा विवाद शुरू हुआ है। यदि जल्द ही मामले में हस्तक्षेप कर इसे शांत नहीं कराया गया तो यह विवाद और अधिक बढ़ जाएगा क्योंकि दोनों पक्षों पर संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों का हाथ है। खास बात यह है कि एक ओर जहां विद्यार्थी परिषद के आशीष शर्मा ने प्रेस नोट जारी कर आशीष बिंदल को विद्यार्थी परिषद से निष्काषित करने की बात कही है, तो आशीष बिंदल का कहना है कि किसी ने उनका कोई निष्काषन नहीं किया है, सब कुछ भ्रम फैलाने के लिए किया जा रहा है।

छात्र संघ की रिपोर्ट ली पर मेरी नहीं, क्यों 
एसपी सुनील पांडेय को सौंपे ज्ञापन में छात्र नेता आशीष बिंदल ने मांग की कि उनके खिलाफ फिजिकल थाने में झूठा मामला दर्ज किया गया है। जिसकी जांच होनी चाहिए जबकि उनके द्वारा दिए गए आवेदन को थाने में दर्ज ही नहीं किया गया । यह तो सरासर गलत है और इस संबंध में कार्रवाई पुलिस को करनी चाहिए पर मेरी शिकायत अब तक दर्ज नहीं हुई। इस पर एस पी ने छात्रों को जांच का आश्वासन दिया। 
ऑपरेशन मजनू अभियान के तहत पुलिस ने सिगरेट में नशीली चीजें मिलाकर पीते हुए कुछ लोगों को पकड़ा था और महाविद्यालय में कोकीन,चरस और अफीम के नशे की सूचना मिल रही थी,,इसकी पड़ताल करने गए और छात्र संघ पदाधिकारियों से सहयोग मांगा तो दुर्व्यवहार किया। जिसकी रिपोर्ट पुलिस में की पर हमारी सुनवाई नहीं हुई। अब पुलिस और प्रशासन को हमारी भी सुनवाई करनी चाहिए  आशीष बिंदल
झूठे आरोप लगा रहे हैं छात्र नेता: अमित छात्र संघ के सचिव अमित दुबे का कहना है कि महाविद्यालय में छात्रों ने सारा माजरा देखा है,छात्र नेता आशीष बिंदल झूठे आरोप लगा रहे है। वे रंजिशन यह आरोप लगा रहे है। हमने प्राचार्य से कहा था कि यहां आउटर्स को अंदर न आने दिया जाए ओर बस इसी से चिढ़कर वह अनर्गल आरोप लगा रहे है।हम नहीं चाहते कि छात्राओं के साथ छेड़खानी हो बस इसी का यह विरोध कर रहे हैं। 

जांच कमेटी बनाई है, जिसे आज मामले की जांच करनी थी, एक पक्ष को सुबह बुलाया गया। दूसरे पक्ष को शाम को, इस दौरान कुछ बाहरी लोग मेरे केबिन में आकर कुर्सी पर बैठे तो मैंने उन्हें बाहर निकाल दिया। । इस दौरान विवाद बढऩे की आशंका को देख कर मैंने पुलिस को भी बुला लिया। जांच के बाद कार्रवाई करेंगे।
डॉ एमके मिश्रा, प्राचार्य, कॉलेज
जांच के बाद की जाएगी कार्रवाई अभी मंैने पूरा ज्ञापन पढ़ा नहीं है, आवेदन में छात्र नेताओं ने क्या लिखा है। जहां तक कार्रवाई की बात है तो हम मामले की जांच करा रहे है। हमने छात्रों से कह भी दिया है कि यदि कोई घटना कॉलेज में घटे जो कानून का उल्लंघन है तो तुरंत इसकी सूचना डायल 100 को दें,वह चंद मिनटों में कॉलेज पहुंचकर कार्रवाई करेगी। सुनील पांडेय,एस पी शिवपुरी
सुनील पांडे, पुलिस अधीक्षक