भारत और कंबोडिया के बीच 4 समझौते, पीएम बोले- भविष्य में मजबूत करेंगे रिश्ते

india cambodia 2018127 15225 27 01 2018पूनम पुरोहित मंथन न्यूज़ दिल्ली 28jan 2018 -भारत और कंबोडिया के बीच 4 महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं। इनमें अपराधों की रोकथाम व जांच में सहयोग और भारत की ओर से कंबोडिया के स्टंग स्वा हब जल संसाधन विकास परियोजना के लिए 3.69 करोड़ अमेरिकी डॉलर का ऋण शामिल है
पीएम मोदी और कंबोडियाई पीएम समेक तिको हू सेन के बीच शनिवार को हुई द्विपक्षीय वार्ता में इन समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
इसके बाद जारी हुए साझा बयान में पीएम मोदी ने कहा कि हम कंबोडिया के साथ रिश्ते मजबूत करने पर काम करेंगे। साथ ही उन्होंने व्यापार एवं निवेश, ऊर्जा संरक्षण, कृषि और पर्यटन एवं संस्कृति समेत प्रमुख क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने के उपायों पर भी चर्चा की।
दोनों देशों ने मानव तस्करी की रोकथाम के लिए एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। साथ ही 2018-20 के दौरान सांस्कृति आदान-प्रदान के एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि कंबोडिया में बने अंगकोर वाट मंदिर की सुरक्षा और संरक्षण भारत और कंबोडिया की संयुक्त सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है। हम कंबोडिया के साथ भविष्य में रिश्ते और मजबूत करने के लिए तैयार हैं।
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कंबोडिया के प्रधानमंत्री समेक तिको हू सेन के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी शामिल थीं।
द्विपक्षीय वार्ता से पहले कंबोडिया के प्रधानमंत्री का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। इससे पहले कंबोडिया के प्रधानमंत्री समेक तिको हू सेन ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद कंबोडिया के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू से भी मुलाकात की।
भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक, भारत और कंबोडिया के संबंध पहली सदी से हैं, जब हिंदू और बौद्ध धार्मिक एवं सांस्कृतिक प्रभाव का भारत से निकलकर दक्षिणपूर्व एशिया के विभिन्न हिस्सों तक प्रसार हुआ था। कंबोडिया प्रमुख रूप से बौद्ध है, लेकिन वहां हिंदू रीति-रिवाजों, पूजा पद्धतियों और पौराणिक कथाओं का भी खासा प्रभाव है।