तो क्या 2018 में ही हो जाएंगे LS चुनाव, राष्ट्रपति ने की राजनीतिक दलों से यह अपील

पूनम पुरोहित मंथन न्यूज़ दिल्ली  29 Jan 2018- पीएम मोदी कई मौकों पर देश में सभी चुनाव एक साथ करवाने की मंशा जाहिर कर चुके हैं। सोमवार को संसद के बजट सत्र से पहले दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इस बात को दोहराते हुए कहा है कि सभी राजनीतिक दल मिलकर देश में चुनाव एक साथ करवाने पर सहमति बनाएं।modi election 29 01 2018
राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद एक बार फिर से इस बात पर बहस तेज हो गई है कि आने वाले लोकसभा चुनाव 2019 की बजाय दिसंबर 2018 में चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ हो सकते हैं।
राष्ट्रपति के अभिभाषण के पहले विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी जल्द चुनाव की तरफ इशारा कर चुके हैं। उन्होंने संसद का सत्र छोटा होने पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि एक दिन राष्ट्रपति का अभिभाषण, एक दिन बजट का और बचे दो दिनों में विभिन्न बिलों पर बहस। 4 दिनों में यह कैसे हो सकता है? यह सिर्फ आईवॉश है, वो लोग इससे फारिग होकर चुनाव करवाना चाहते हैं।
बता दें कि इसके पहले भी कई बार खबरें आ चुकी हैं कि सरकार हर साल किसी ना किसी राज्य में होने वाले चुनावों में होने वाले खर्च और परेशानी से बचने के लिए लोकसभा और राज्यसभा चुनाव एक साथ करवा सकती है। इसके लिए संभव है कि केंद्र सरकार 2018 दिसंबर और जनवरी 2019 में मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के अलावा मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ ही लोकसभा चुनाव भी करवा सकती है।
अगर ऐसा हुआ तो देश में लोकसभा चुनाव 6 महीने पहले ही हो जाएंगे। सरकार को सभी चुनाव एक साथ करवाने के लिए संविधान में किसी संशोधन की जरूरत भी नहीं होगी।
माना जा रहा है कि देश में एकसाथ चुनाव के लिए जहां राजनीतिक दलों को मनाना मुश्किल होगा वहीं राज्यों की सरकारों को सहमत करना भी आसान नहीं होगा।
इन राज्यों में होंगे 2018-19 में चुनाव
1. मध्यप्रदेश: मध्यप्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं। यहां जनवरी 2019 में सरकार का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, इसलिए दिसंबर 2018 में चुनाव कराए जाएंगे।
2. छत्तीसगढ़: यहां मौजूदा रमन सिंह सरकार का कार्यकाल जनवरी 2019 तक है। लिहाजा दिसंबर 2018 में चुनाव होंगे। प्रदेश में विधानसभा की 90 सीटें हैं।
3. राजस्थान: राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार का कार्यकाल 20 जनवरी 2019 तक है। यानी दिसंबर 2018 में चुनाव कराए जाएंगे। यहां विधानसभा की 200 सीटें हैं।
4. तेलंगाना और आंध्रः इन दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव मई-जून 2019 में अपेक्षित हैं। तेलंगाना में 119 सीटें हैं और आंध्र प्रदेश में 294 विधानसभा सीटे हैं।
5. सिक्कीम-अरुणाचलः इन दोनों राज्यों में भी विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई 2019 में होने हैं।
8. मिजोरम: मिजोरम की मौजूदा कांग्रेस सरकार का कार्यकाल 15 दिसंबर 2018 को समाप्त हो रहा है। यहां नवंबर में चुनाव हो सकते हैं। यहां विधानसभा की 40 सीटें हैं। 2008 और 2013 के चुनावों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है।