चिदंबरम ने 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' को नया चुनावी जुमला बता

पूनम पुरोहित मंथन न्यूज़ दिल्ली 31jan 2018 - देश के पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' को नया चुनावी जुमला बताया है। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान किसी भी राज्य को शासन के लिए तय समयावधि नहीं देता। संविधान में परिवर्तन किए बिना यह संभव ही नहीं हो सकता।चिदंबरम ने 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' को नया चुनावी जुमला बताया
चिदंबरम ने कहा कि केवल राज्यों के चुनावों को पहले कराकर या आगे टालकर ही उन्हें लोकसभा चुनावों के साथ कराया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि 'एक राष्ट्र-एक टैक्स' की तरह यह भी एक जुमला ही है। चिदंबरम ने यह बातें अपनी किताब 'स्पीकिंग ट्रुथ टू पावर' के विमोचन अवसर पर कही। एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह भी कहा कि 10 में से 9 कांग्रेसी राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते थे।