
वह यह भी जानती है कि हम जैसे हैं वह अपनी इच्छा से हैं, हमें किसी ने वैसा रहने के लिए नहीं कहा है.'' अकबर ने कहा कि भारत का दृष्टिकोण स्पष्ट है- देश एक ऐसी व्यवस्था चाहता है जिसमें भेदभाव न हो. भारत के नजरिए को तमाम देशों का समर्थन प्राप्त है. उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि दुनिया परमाणु हथियारों को समाप्त करने के लिए न सही , उन्हें घटाने के लिए मिल कर प्रयास जरूर करेगी.
भारत और पाकिस्तान दोनों के पास परमाणु हथियार होने के सवाल पर मंत्री ने कहा, ‘‘हम केवल अपने रुख के बारे में बता सकते हैं. मैं किसी दूसरे देश के बारे में नहीं बोल सकता. हमाने इन हथियारों को इस लिए रखा है ताकि लोग हमें इसका भय दिखाने से बाज आएं.हम इनका पहला प्रयोग करने में यकीन नहीं रखते.
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