AAP की मुसीबत बढ़ी, 13 और विधायकों की सदस्यता आई खतरे में

kejriwal 2018123 23235 23 01 2018पूनम पुरोहित मंथन न्यूज़  दिल्ली  24 Jan 2018-लाभ के पद मामले में चुनाव आयोग ने अब विभिन्न सरकारी अस्पतालों में रोगी कल्याण समितियों के अध्यक्ष बनाए गए विधायकों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। दबी पड़ी इन विधायकों की शिकायत से संबंधित फाइल को निकाला गया है। चुनाव आयोग इन विधायकों को जल्द ही फिर से नोटिस भेज सकता है।
13 अन्य विधायकों की धड़कनें तेज
आम आदमी पार्टी (आप) के 20 विधायकों की सदस्यता जाने के बाद अब इस पार्टी के 13 अन्य विधायकों की धड़कनें भी तेज हो गई हैं। इन विधायकों की हालत पिछले एक सप्ताह से अधिक खराब है।
अधिवक्ता विभोर आनंद ने 22 जून 2016 को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से शिकायत की थी कि 'आप' के 27 विधायक लाभ के पद पर हैं। इसे उन्होंने चुनाव आयोग को भी भेजा था।
फंस सकते हैं 13 विधायक
शिकायत में कहा गया था कि 'आप' सरकार ने 27 विधायकों को दिल्ली के विभिन्न सरकारी अस्पतालों की रोगी कल्याण समिति का अध्यक्ष बनाया हुआ है जो लाभ का पद है।
उन्होंने 'आप' के इन विधायकों की सदस्यता निरस्त किए जाने की मांग की थी। नियम के अनुसार समितियों में इलाके के विधायक अध्यक्ष नहीं हो सकते हैं।
इन 27 में से 11 विधायक ऐसे हैं जो संसदीय सचिव थे, अब इनकी सदस्यता समाप्त हो चुकी है। बचे हुए 16 में से दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल व विधायक पंकज पुष्कर दावा कर चुके हैं कि वह किसी अस्पताल के अध्यक्ष नहीं रहे हैं।
वेद प्रकाश विधायक के पद से इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में 13 विधायक रोगी कल्याण समिति मामले में फंस सकते है।
इन विधायकों को है नोटिस
1-बंदना कुमारी- शालीमार बाग
2-अजेश यादव- बादली
3-जगदीप सिह- हरि नगर
4-एस के बग्गा- कृष्णा नगर
5-जितेंद्र सिंह तोमर-त्री नगर
6-राम निवास गोयल- शाहदरा
7-विशेष रवि- करोल बाग
8-सोमनाथ भारती- मालवीय नगर
9-पंकज पुष्कर- तिमारपुर
10-राजेंद्र पाल गौतम- सीमापुरी
11-हजारी लाल चौहान- पटेल नगर
12-राखी बिड़ला- मगोलपुरी
13-मोहम्मद इशराक- सीलमपुर
14-कमांडो सुरेंद्र- दिल्ली कैंट
15-महेंद्र गोयल- रिठाला
16-वेद प्रकाश- बवाना-( इस्तीफा दे चुके हैं)