
गौरतलब है कि गुजरात 2012 के विधानसभा चुनाव से लेकर 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत का श्रेय प्रशांत किशोर को ही दिया जाता है लेकिन कुछ कारणों से नरेंद्र मोदी और प्रशांत किशोर के बीच दूरी बढ़ गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब फिर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और किशोर के बीच 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर कई बार मुलाकात हो चुकी है। पीएम मोदी और किशोर पिछले 6 महीने से संपर्क में हैं।
बीजेपी से अलग होने के बाद 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को जीत दिलाई। इसके बाद 2017 में प्रशांत कांग्रेस से जुड़े। पंजाब और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रशांत ने रणनीति बनाई। इसके बाद पंजाब में कांग्रेस ने 77 सीट मिली, हालांकि उत्तर प्रदेश में उनकी रणनीति का असर नहीं दिखा। अब माना जा रहा है कि यह बीजेपी का साथ देंगे। लेकिन यह इस बात की अभी पुष्टि नहीं की जा सकती।
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन 337 सीटों पर जीत हासिल की थी, जिसमे 283 सीटें बीजेपी की खुद की थी। 1984 के बाद बीजेपी ऐसी पार्टी है जिसमे पहली बार अपने दम पर सरकार बनाने लायक सीटें हासिल की हैं।
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