
पिछले वर्ष जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से उनके ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन ने भारत में कोई भी नया रियल एस्टेट प्रोजेक्ट शुरू नहीं किया है। कंपनी ने पिछले वर्ष ही कहा था कि हितों के टकराव से बचने के लिए ट्रंप के राष्ट्रपति पद पर रहने के दौरान अमेरिका से बाहर कोई भी नया करार नहीं किया जाएगा।
ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप जूनियर सप्ताह भर की भारत की यात्रा पर हैं और गुरुवार शाम को वे भारतीय पार्टनर लोढ़ा ग्रुप द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे। आयोजन के दौरान उन्होंने कहा कि ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन के लिए भारत बेहद महत्वपूर्ण बाजार है।
उन्होंने कहा कि पिताजी का राष्ट्रपति कार्यकाल खत्म होने के बाद जब भी हम कारोबारी दुनिया में वापस लौटेंगे, तो हमारे लिए भारत निश्चित तौर पर महत्वपूर्ण बाजारों में एक होगा। उन्होंने कहा कि वे पिछले एक दशक से भारत आते-जाते और यहां समान मानसिकता वाले कारोबारियों और संभावनाओं भरे बाजारों में संबंध बनाते रहे हैं।
गौरतलब है कि लोढ़ा ग्रुप ही मुंबई में पहले ट्रंप टावर का निर्माण कर रहा है। ट्रंप जूनियर ने कहा, 'भारत में सही मायनों में लक्जरी रियल एस्टेट परियोजनाओं का बेहद अभाव है। मगर, पिछले कुछ वर्षों में चीजें तेजी से बदली हैं। पहले ग्राहक लक्जरी की खोज में जो रकम खर्च करते थे, हम उससे कम में कहीं ज्यादा सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं।'
वर्ष 2013 में न्यूयॉर्क स्थित ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन ने भारत में चार लक्जरी रिहाइशी परियोजनाएं लांच की थीं, जिनका कुल राजस्व 1.5 अरब डॉलर (करीब 9,800 करोड़ रुपए) है। लोढ़ा ग्रुप के साथ मिलकर कंपनी ने मुंबई में ट्रंप टावर का निर्माण उसी वक्त शुरू किया था।
यह परियोजना अगले वर्ष मध्य तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। मुंबई के अलावा कंपनी पुणे, गुरुग्राम और कोलकाता में पंचशील रियल्टी, एम3एम, ट्रिबेका, यूनिमार्क और आईआरईओ जैसे स्थानीय रियल एस्टेट कंपनियों के साथ मिलकर अपनी रियल एस्टेट परियोजनाओं पर काम कर रही है।
कंपनी पांचवीं रियल एस्टेट परियोजना भी जल्द लांच करने वाली है, जो कथिततौर पर व्यावसायिक रियल एस्टेट परियोजना होगी। इन सभी परियोजनाओं के साथ ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन के लिए अमेरिका के बाद भारत दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया है।
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