
काजी ने बताया, 'जैसे जैसे बोर्ड परीक्षा की तारीख नजदीक आती जा रही है, हमें एक शिफ्ट में दो सौ से ज्यादा फोन कॉल आ रहे हैं। एक शिफ्ट चार घंटों की होती है। तनाव संबंधी कॉल बहुत ज्यादा हैं और हम उनमें से हर एक के साथ बेहद सावधानी से बात कर रहे हैं। ज्यादातर छात्र परीक्षा से संबंधित दबाव से निपटने के तरीकों को जानने में उत्सुक हैं।'
काजी ने बताया कि हेल्पलाइन सेवा 16 जनवरी को शुरू हुई थी और 25 फरवरी तक 11,589 फोन कॉल्स आ चुके थे। काउंसलर का कहना है कि सिर्फ 40 दिनों के भीतर फॉन कॉल्स की संख्या बेतहाशा बढ़ी हैं क्योंकि हजारों विद्यार्थी तनाव से निपटने के गंभीर सवाल को सुलझाने में शिद्दत से मदद ढूंढ रहे हैं।
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