परोपकार में पुलिसकर्मियों को अब 22 फीसदी राशि ज्यादा देना होगी

mp police 27 02 2018पूनम पुरोहित मंथन न्यूज़ भोपाल -मध्यप्रदेश पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को अब कल्याण और परोपकार में 22 फीसदी से ज्यादा राशि का योगदान देना होगा। पुलिस महानिदेशक से लेकर सिपाही तक के वेतन में से यह राशि काटी जाती है, जिसमें इस साल से वृद्धि की जा रही है। यह फैसला नवंबर 2017 में हुई पुलिस की केंद्रीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में आए प्रस्ताव पर लिया गया है।
मध्यप्रदेश पुलिस के अधिकारियों-कर्मचारियों और उन पर आश्रित परिवारजनों के लिए हर पुलिसकर्मी को निश्चित योगदान देना होता है। सूत्रों के मुताबिक पुलिसकर्मियों से ली जाने वाली सहयोग राशि में इस साल से वृद्धि की गई है, जिसमें पुलिस महानिदेशक का हिस्सा सवा तीन हजार रुपए पहुंच गया है। वहीं एडीजी को अब 3 हजार 50 तो आईजी को 2 हजार 570 रुपए का योगदान करना होगा। डीआईजी को 2 हजार 350, एसपी स्तर के अधिकारियों को 1 हजार 675 रुपए का सहयोग देना होगा।
किस निधि से कैसी सहायता
पुलिसकर्मियों से ली जाने वाली राशि पुलिस कल्याण, परोपकार, संकट के समय और बच्चों की शिक्षा के रूप में खर्च की जाती है। कल्याण के लिए जहां यूनिटों में पुलिस लाइन और पुलिसकर्मियों के ठहरने के स्थानों पर खर्च किया जाता है तो पुलिसकर्मियों की मौत पर परोपकार निधि से राशि व्यय की जाती है। बीमारी या अन्य संकट के समय संकट निधि से राशि दी जाती है। वहीं पुलिसकर्मियों के बच्चों की शिक्षा के लिए भी शिक्षा निधि से राशि दी जाती है।
किसका-कितना अंशदान
पद--राशि
एडिशनल एसपी स्तर -- 1,430
डीएसपी के समकक्ष--1,020
निरीक्षक-- 1,010
सूबेदार-- 870
वरिष्ठ स्टेनो, एसआई व प्लाटून कमांडर --750
एएसआई --665
हवलदार व सिपाही -- 485